भगवान राम से सीखें कि कैसे जिम्मेदारियों को प्राथमिकता दें और नैतिक सिद्धांतों का पालन करें।
उच्च मानक स्थापित करें और अपनी टीम के लिए एक सकारात्मक रोल मॉडल बनें।
चुनौतियों के दौरान शांत और केंद्रित रहें, टीम को बाधाओं पर काबू पाने के लिए प्रेरित करें।
अपने आसपास या टीम की जरूरतों और चिंताओं को समझें और उनका समाधान करें।
सहयोग और एकता को बढ़ावा देते हुए टीम के सदस्यों की शक्तियों को पहचानें और उनका उपयोग करें।
निष्पक्षता, पारदर्शिता और न्याय के प्रति प्रतिबद्धता के साथ नेतृत्व करें।