तेलंगाना निर्मित पोचमपल्ली इकत साड़ियों में विशिष्ट ज्यामितीय रूपांकन होते हैं। मकर संक्रांति के दौरान हाथ से बुनी इस चमकीले रंग की साड़ी आप जरूर ले सकती हैं।
तांत साड़ियां पारंपरिक बंगाली साड़ियां हैं, जो आमतौर पर कपास से बनी होती हैं। ये हल्की और आरामदायक होती हैं। मकर संक्रांति के माहौल के लिए बिल्कुल बेस्ट हैं।
तमिलनाडु निर्मित कांजीवरम साड़ियां अपने सुंदर रेशम और डिटेलिंग जरी कढ़ाई के लिए जानी जाती हैं। इनके शानदार रंग साड़ी को फेस्टिवल के लिए आकर्षक बनाते हैं।
महाराष्ट्र की पैठणी साड़ियों में शानदार रंग और मोर या पुष्प डिजाइन शामिल होते हैं। उनकी जरी बॉर्डर और पल्लू उन्हें त्योहारों के लिए सुंदर बनाते हैं।
वाराणसी से उत्पन्न बनारसी साड़ियां अपने जटिल सोने और चांदी की जरी वर्क के लिए जानी जाती हैं। ये मकर संक्रांति सहित कई उत्सव के अवसरों के लिए एक क्लासिक पसंद हैं।
उत्सव में आमतौर पर टाई-एंड-डाई बंधनी साड़ियां शामिल होती हैं। ये राजस्थानी और गुजराती साड़ियां हैं जो कि रंगीन और शानदार पैटर्न वाली होती हैं।
मध्य प्रदेश निर्मित चंदेरी साड़ियां हल्की होती हैं और इनमें पारंपरिक जरी की कढ़ाई होती है। मुलायम रेशम या सूती कपड़े इन्हें दिन भर के उत्सवों के लिए आरामदायक बनाते हैं।