नवरात्रि के पांचवें दिन स्कंदमाता की पूजा होती है। स्कंदमाता की पूजा करने से ज्ञान की प्राप्ति होती है।भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
अगर शादी में किसी प्रकार की अड़चन आ रही है तो स्कंदमाता की पूजा करने से वो दूर हो जाती है। इसके लिए कुछ उपाय करने पड़ते हैं। तो चलिए बताते हैं नवरात्रि के5वें दिन क्या करना चाहिए।
देवी भागवत पुराण में बताया गया है कि शादी में आ रही बाधा को कैसे दूर कर सकते हैं। सबसे पहले एक पान का पत्ता लें। उसकी सीधी ओर दो स्वास्तिक का निशान बनाएं।
पान के पत्ते पर पहला स्वास्तिक का निशान सिंदूर से और दूसरा चंदन से बनाएं। इसके बाद सिंदूर वाले स्वास्तिक पर रोली से रंगे चावल रखें। चंदन के स्वास्तिक पर हल्दी से रंगे चावल को रखें।
इसके बाद पान के पत्ते को हाथ में रखें और गोत्र का नाम बोलते हुए नीम के पेड़ पर अर्पित कर दें। कहा जाता है कि ऐसा करने से कुछ महीनों में शादी का संयोग बन जाता है।
ये उपाय सिर्फ शारदीय नहीं बल्कि गुप्त नवरात्रि और चैत्र नवरात्रि के पांचवें दिन स्कंदमाता की पूजा के दौरान कर सकते हैं। शुभ फल पाने के लिए सच्चे मन से देवी की आराधना करनी चाहिए।