सावन में भगवान शिव को बेलपत्र जरूर चढ़ाई जाती है, लेकिन पूजा के दौरान विशेष ध्यान रखें कि बेलपत्र की एक भी पति टूटी या कटी ना हो।
भगवान शिव की पूजा अर्चना कर रहे हैं, तो इसमें कुमकुम या हल्दी का इस्तेमाल नहीं करें। भोलेनाथ को पूजा में चंदन लगाएं, भांग, बेलपत्र, सफेद फूल और धतूरा चढ़ाएं।
सावन शिवरात्रि के दिन आप मूली, बैंगन, लहसुन, प्याज, कढ़ी और काली मिर्च जैसी चीजों का सेवन करने से बचें।
सावन शिवरात्रि के व्रत के दौरान आपको दिन के समय नहीं सोना चाहिए। कोशिश करें कि आप भगवान शिव के भजन कीर्तन दिन के समय करें।
सावन का पूरा महीना ही बहुत पवित्र होता है। ऐसे में सावन शिवरात्रि या अन्य दिन मांस मदिरा का सेवन करने से बचें।
अगर आप सावन शिवरात्रि का व्रत रख रहे हैं, तो इस दौरान आपको ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए।
अगर आप सावन शिवरात्रि का व्रत कर रहे हैं, तो भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना में काले कपड़े पहनने से बचें। काले कपड़े पहने से नेगेटिव एनर्जी आ सकती है।
सावन शिवरात्रि के व्रत के दौरान आपको बाल कटवाने, वैक्सिंग करवाने, दाढ़ी बनवाने या आइब्रो बनवाने से बचना चाहिए।