शाश्वत नियम याद रखें, अगर आप कुछ पाना चाहते हैं, तो आपको कुछ देना होगा।
एक व्यक्ति किसी विचार के लिए मर सकता है, लेकिन वह विचार उसकी मृत्यु के बाद हजारों लोगों के जीवन में अवतरित होगा।
जिसके अंदर ‘सनक’ नहीं होती, वह कभी महान नहीं बन सकता।
मैंने जीवन में कभी भी खुशामद नहीं की है। दूसरों को अच्छी लगने वाली बातें करना मुझे नहीं आता।
हमारा सफर कितना ही भयानक, कष्टदायी और बदतर हो, लेकिन हमें आगे बढ़ते रहना ही है। सफलता का दिन दूर हो सकता हैं, लेकिन उसका आना अनिवार्य ही है।
अगर आपको किसी के सामने कुछ समय के लिए झुकना भी पड़े तो वीरों की तरह झुकना।
समय से पूर्व की परिपक्वता अच्छी नहीं होती, चाहे वह किसी वृक्ष की हो या व्यक्ति की और उसकी हानि आगे चल कर भुगतनी ही होती है।