ऑफिस में दोस्त बनाने वालों पर वर्क प्रेशर कम नकारात्मक होता है। ऑफिस में ज्यादा दोस्त होते हैं तो वो काम पर जाने के लिए उत्साहित रहते हैं। वो साथ ही कम बीमार भी पड़ते हैं।
प्रोजेक्ट पर प्रोफेशनल रिलेशनशिप रखने वाले लोग और दूसरे में ऐसे सहकर्मी हों, जो गहरे दोस्त हों तो प्रोजेक्ट के सफल होने की संभावना बढ़ जाती है।
ऑफिस में अगर बेस्ट फ्रेंड के अलावा दो-चार दोस्त हों तो काम से संतुष्ट होने और ऑफिस से प्यार होने की संभावना बढ़ जाती है।
आंकड़े बताते हैं कि जिस ऑफिस में लोगों के बेस्ट फ्रेंड होते हैं वो उनके छोड़ने की संभावना 40% कम हो जाती है। इम्लाई नई संभावनाएं नहीं तलाशते और एक ही नौकरी से बंधे रहते हैं।
ऑफिस में दोस्त-यार हों तो मन लगा रहता है, लेकिन यह मन का लगाना कुछ मामलों में करियर को नुकसान भी पहुंचा सकता है या उसके बढ़ने की रफ्तार धीमी कर सकता है।
देखा जाए तो ऑफिस कुलीग का दोस्त होना अच्छा है, लेकिन उस रिश्ते में एक पर्सनल और प्रोफेशनल बैलेंस भी बहुत जरूरी है।