बच्चे की मार्कशीट ने उड़ाए होश? तो इन 6 टिप्स से करें प्यार से हैंडल!
Relationships May 14 2025
Author: Chanchal Thakur Image Credits:Istocks
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शांत रहें और भावनाओं को कंट्रोल करें
मार्कशीट देखते ही गुस्सा आना स्वाभाविक है, लेकिन तुरंत प्रतिक्रिया देने से बच्चा डर या शर्म से और अधिक पीछे हट सकता है। पहले खुद को शांत करें, फिर बात करें।
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बच्चे से खुलकर बातचीत करें
बिना डांटे या दोष दिए पूछें – "क्या हुआ बेटा? किस विषय में कठिनाई आ रही है?" इससे बच्चा खुलकर अपनी परेशानियां बताता है और आप सही समाधान तक पहुंच सकते हैं।
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तुलना करने से बचें
किसी और के नंबरों से बच्चे की तुलना करने से उसका आत्मविश्वास टूटता है। याद रखें, हर बच्चे की अपनी गति और क्षमता होती है।
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पढ़ाई के पैटर्न को समझें और सुधारें
मार्कशीट को सिर्फ नतीजा नहीं, बल्कि संकेत समझें। देखें कि किन विषयों में कमजोरी है, फिर उसके लिए एक्स्ट्रा सपोर्ट या ट्यूटर की मदद लें।
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उसे मोटिवेट करें, शर्मिंदा न करें
बच्चे को बताएं कि नंबर ज़िंदगी का पैमाना नहीं हैं। उसके अन्य हुनर और खूबियों की तारीफ करें ताकि वह खुद पर विश्वास बनाए रखे।
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आगे की योजना साथ में बनाएं
बच्चे के साथ बैठकर एक रूटीन बनाएं – कब क्या पढ़ना है, कैसे पढ़ना है। आप खुद भी थोड़े समय उसके साथ बैठें ताकि उसे लगे कि वो अकेला नहीं है।