बेंगलुरु में 10-14 फरवरी 2025 तक Aero India नाम का एयर शो होने वाला है। इस दौरान पहली बार पांचवीं पीढ़ी का रूसी लड़ाकू विमान Su 57 भारत में उड़ान भरेगा।
भारत को 5वीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट की जरूरत है। इसके लिए Su 57 नजर है। इसके बेंगलुरु आने से उम्मीद बढ़ गई है कि आने वाले समय में यह भारत को मिल सकेगा।
Su-57 अत्याधुनिक स्टील्थ तकनीक से लैस है। इसे पॉलिमर, फाइबर-ग्लास और एल्युमीनियम लोड-बेयरिंग हनीकॉम्ब फिलर्स जैसी मिश्रित सामग्रियों के बनाया गया है।
Su-57 लगातार सुपरसोनिक (हवा में आवाज की गति) स्पीड में उड़ान भर सकता है। यह शॉर्ट टेक-ऑफ, नेटवर्क सेंट्रिसिटी और मल्टी-रोल क्षमताओं से लैस है।
Su-57 हवा में आवाज की गति से दोगुनी रफ्तार से उड़ान भर सकता है। यह एक बार में 7.5 टन तक हथियार ले जा सकता है।
Su-57 मल्टीरोल फाइटर जेट है। यह हवा में दूसरे विमानों को नष्ट करने से लेकर जमीन पर बमबारी करने जैसे कई मिशन को अंजाम दे सकता है।
2000 के दशक में भारत और रूस ने साथ मिलकर पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट पर काम शुरू किया था। बाद में भारत इस प्रोजेक्ट से पीछे हट गया।
2020 में Su-57 रूसी वायुसेना में शामिल हुआ था। इसने रूस और यूक्रेन के बीच हो रही लड़ाई में हिस्सा लिया है।
Su-57 में मिसाइल रखने के लिए 2 इंटरनल कंपार्टमेंट हैं। प्रत्येक में चार K-77M हवा से हवा में मार करने वाले मिसाइल रखे जा सकते हैं। इनमें दूसरे मिसाइल भी रखे जा सकते हैं।