चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंडिंग के बाद चंद्रयान-3 ने सबसे पहला मैसेज दिया कि मैं अपनी मंजिल पर पहुंच गया हूं और आप भी। इसके बाद इसरो में तालियां गूंज गईं।
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग के बाद विक्रम लैंडर पहली तस्वीरें इसरो को भेजी। इसरो ने सोशल मीडिया पर वह तस्वीरें शेयर कीं, जिसमें लैंडर का भी कुछ हिस्सा दिखा।
भारत के चंद्रयान मिशन की कुल लागत 615 करोड़ रुपए है। जबकि रूस, अमेरिका और चीन के चंद्रयान मिशन की लागत भारत से करीब 3-4 गुना ज्यादा रही हैं।
भारत के चंद्रयान मिशन-3 की सफलता के बाद अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने भी इसरो को बधाई दी। वहीं यूरोपियन स्पेस एजेंसी सहित दुनिया की कई एजेंसियों ने बधाई दी।
चंद्रयान-3 की सफलता ने पूरी दुनिया में भारत का डंका बजा दिया है। विश्व के तमाम विकसित देशों ने भारत की जनता और इसरो को बधाइयां दी हैं।
इसरो की सफलता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो और देश के 140 करोड़ लोगों को शुभकामनाएं और बधाई दी है. उन्होंने कहा कि यह संपूर्ण मानवता की सफलता है।
चंद्रयान-3 की सफलता के लिए पूरे भारत में प्रार्थना की गई और जश्न मनाया जा रहा है। शाम को हर गली, मोहल्ले, स्कूल, कॉलेजों में लैंडिंग का लाइव टेलीकास्ट किया गया।
भारत की ऐतिहासिक उपलब्धि पर पूरी दुनिया में शोर मचा लेकिन पड़ोसी देश पाकिस्तान में सन्नाटा ही पसरा रहा। पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने दिल खोलकर भारत की तारीफ की है।
भारत के चंद्रयान मिशन की सफलता पर इजराइल ने शानदार बधाई दी है। वहीं बिट्रिश एंबेसडर ने भी हिंदी में एक्स करते भारत को सफल मिशन के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने के मामले में भारत दुनिया का पहला देश बन गया है। वहीं, चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने के मामले में भारत अब रूस, अमेरिका और चीन के बाद चौथा देश।