भारत के आर्थिक सुधारों के आर्किटेक्ट डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से देश ने एक महान अर्थशास्त्री और नेता खो दिया। जानें उनके जीवन के महत्वपूर्ण पड़ाव और उपलब्धियां की पूरी टाइमलाइन…
26 सितंबर 1932 को डॉक्टर मनमोहन सिंह का जन्म हुआ था। वो अविभाजित भारत के पंजाब प्रांत के गाह गांव में पैदा हुए थे। 26 दिसंबर 2024 को एम्स में उन्होंने अंतिम सांस ली।
डॉ.मनमोहन सिंह ने अपने गांव गाह में क्लास 4 तक पढ़ाई की। विभाजन के बाद परिवार भारत आ गया। 1954 में पंजाब यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में मास्टर्स डिग्री।
कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से तीन वर्षीय इकोनॉमिक्स प्रोग्राम।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स से डी.फिल
भारत सरकार के कामर्स मिनिस्ट्री में इकोनॉमिक एडवाइजर।
भारत सरकार के फाइनेंस मिनिस्ट्री में चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर।
योजना आयोग के सदस्य बनाए गए।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर नियुक्त
योजना आयोग के उपाध्यक्ष बनाए गए।
जिनेवा में साउथ कमीशन के सेक्रेटरी जनरल बनाए गए।
प्रधानमंत्री के आर्थिक मामलों के सलाहकार नियुक्त किए गए।
यूजीसी के चेयरमैन बनाए गए।
असम से राज्यसभा सदस्य 1995 में मनोनीत किए गए। इसके बाद 2001, 2007 और 2013 में फिर चुने गए।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता रहे।
देश के प्रधानमंत्री रहे।
भारत-यूएस सिविल न्यूक्लियर डील को बतौर प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज बुश के साथ साइन किया। मनरेगा को लागू किया। RTI और न्यूक्लियर एग्रीमेंट को लागू किया।
फॉरेस्ट राइट्स एक्ट को लागू किया।
पीएम डॉ.मनमोहन सिंह के नेतृत्व में भारत ने जीडीपी ग्रोथ रेट 9 प्रतिशत हासिल किया। इस ग्रोथ के साथ भारत दुनिया की सेकेंड ग्रोइंग इकोनॉमी हो गया।
एनआईए (NIA) का गठन किया गया।
देश में आधार योजना को लागू किया गया। आज देश की डिजिटल इकोनॉमी आधार की वजह से बूम कर रही है।
देश में शिक्षा का अधिकार लागू किया गया।
नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट को लागू किया गया। देश में जमीन अधिग्रहण एक्ट को लागू किया गया।