कनाडा के PM जस्टिन ट्रुडो ने भारत पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप मढ़ा। साथ ही भारत के एक सीनियर डिप्लोमैट को निकाला।
कनाडा को करारा जवाब देते हुए भारत ने भी कनाडा के एक सीनियर डिप्लोमैट को 5 दिनों के भीतर देश से निकलने का आदेश दिया।
भारत की ओर से कनाडा में रहने वाले अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की गई, जिसमें कहा गया कि वहां भारत विरोधी गतिविधियां हो सकती हैं, इसलिए सतर्क रहें।
भारत ने कनाडा के नागरिकों के लिए वीजा सर्विसेज सस्पेंड कीं। विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि हमारी डिप्लोमैटिक यूनिट को धमकियां दी जा रही हैं।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने कहा कि हमने कुछ हफ्तों पहले भारत से निज्जर की हत्या के सबूत शेयर किए।
3 अक्टूबर को भारत सरकार ने कनाडा को चेतावनी दी कि वो 10 अक्टूबर तक अपने 41 अतिरिक्त राजनयिकों को वापस बुलाए। अगर ऐसा नहीं किया तो सभी राजनयिक छूट खत्म कर दी जाएगी।
मोदी सरकार के अल्टीमेटम के बाद आखिर कनाडा ने अपने 41 डिप्लोमैट्स को भारत वापस बुला लिया।
कनाडा की ओर से भारत को एक पत्र भेजा गया, जिसमें हाई कमिश्नर संजय वर्मा और अन्य डिप्लोमैट्स को संदिग्ध बताया गया।
भारत ने अपने उच्चायुक्त और दूसरे राजनयिकों को कनाडा से वापस बुलाने का फैसला किया।