Hindi

कारगिल के Unsung Heroes- 'ये दिल मांगे मोर' कहकर अमर हो गए

Hindi

लेफ्टिनेंट बलवान सिंह

लेफ्टिंनेंट बलवान सिंह को टाइगर हिल का टाइगर कहा जाता है। 25 साल के बलवान सिंह ने 12 घंटे लगातार ट्रैकिंग करके टाइगर हिल पर कब्जा किया। उन्हें महावीर चक्र से सम्मानित किया गया।

Image credits: twitter
Hindi

कैप्टन विक्रम बत्रा

कैप्टन विक्रम बत्रा को द्रास का टाइगर कहा जाता है। कारगिल हीरो के नाम से मशहूर बिक्रम बत्रा ने शहादत दी लेकिन कारगिल पर कब्जा किया। बत्रा ने ही ये दिल मांगे का नारा दिया।

Image credits: twitter
Hindi

नायक दिगेंद्र कुमार

कारगिल की तोलोलिंग की पहाड़ी पर कब्जा करने के लिए नायक दिगेंद्र कुमार ने शानदार काम किया। करीब 15 हजार फीट की ऊंचाई पर तिरंगा फहराने का काम किया।

Image credits: twitter
Hindi

ग्रेनेडियर योगेंद्र सिंह यादव

सबसे कम उम्र में परमवीर चक्र से सम्मानित योगेंद्र सिंह यादव को राष्ट्रीय गर्व कहा जाता है। 12 जुलाई 1999 को तोलोलिंग पर कब्जे के लिए सबसे बड़ा अभियान चलाया।

Image credits: twitter
Hindi

लेफ्टिनेंट मनोज कुमार पांडेय

गोरखा रायफल्स के लेफ्टिनेंट मनोज कुमार पांडेय कारगिल युद्ध में बहुत ही साहसिक भूमिका निभाई। इन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया।

Image credits: twitter
Hindi

राइफलमैन संजय कुमार

कारगिल युद्ध के दौरान राइफलमैन संजय कुमार ने टॉप ऑफ प्वाइंट 4875 पर कब्जे की घनघोर लड़ाई लड़ी। कुमार ने लगातार फायर करके दुश्मन के दांत खट्टे कर दिए।

Image credits: twittter
Hindi

लेफ्टिनेंट किशिंग क्लिफोर्ड नॉगरम

कारगिल के टॉप हिल प्वाइंट मुश्कोह वैली पर कब्जे की लड़ाई में नॉगरम ने अदम्य साहस का परिचय दिया। उन्होंन 6 दुश्मनों को ताबड़तोड़ ढेर कर दिया और आगे बढ़ते गए।

Image credits: twitter
Hindi

मेजर विवेक गुप्ता

राजपूताना राइफल्स के मेजर विवेक गुप्ता द्रास सेक्टर में 13 जून 1999 को चार्ली कंपनी को लीड कर रहे थे। उन्होंने अपने साहस के दम पर अपने ग्रुप को लीड किया और सफलता दिलाई।

Image credits: twitter
Hindi

कैप्टन एन केमगुरुसे

घातक प्लाटून के साथ 28 जून 1999 को कैप्टन एन केमगुरुसे ने द्रास सेक्टर के ब्लैक रॉक में ऑपरेशन विजय का संचालन किया। वीरता के साथ लड़ाई लड़ी थी।

Image credits: twitter
Hindi

मेजर सौरभ कालिया

कारगिल के काकसार सेक्टर में बजरंग पोस्ट के पास मेजर सौरभ कालिया और उनका ट्रूप पाकिस्तान सेना से घिर गया था। पाकिस्तानी सेना ने मेजर को 24 दिनों तक टॉर्चर किया।

Image Credits: twitter