प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे। यहां से उन्होंने 2014 और 2019 में बड़ी जीत दर्ज की थी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुजरात के गांधीनगर से चुनाव लड़ेंगे। 2019 में यहां से उन्होंने 5,57,014 वोट के अंतर से जीत दर्ज की थी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ से चुनाव लड़ेंगे। 2019 में यहां से उन्हें 3,47,302 वोटों के अंतर से जीत मिली थी।
स्मृति ईरानी ने 2019 में कांग्रेस के गढ़ अमेठी में राहुल गांधी को हराया था।
ज्योतिरादित्य सिंधिया राज्यसभा सांसद हैं। वह कांग्रेस से भाजपा में आए हैं। गुना से 2019 का चुनाव उन्होंने कांग्रेस के टिकट से लड़ा था और हार गए थे।
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को विदिशा से टिकट मिला है। उन्हें दिल्ली में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।
अर्जुन मुंडा केंद्रीय कृषि मंत्री हैं। उन्हें पार्टी ने झारखंड के खूंटी से मैदान में उतारा है।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को भाजपा ने राजस्थान के बीकानेर से टिकट दिया है। यहां से वह चौथी बार लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे।
भूपेन्द्र यादव को राजस्थान के अलवर से टिकट मिला है। उन्हें संगठन के काम का लंबा अनुभव है।
हेमा मालिनी को फिर से मथुरा से चुनावी मैदान में उतारा गया है। यहां से उन्होंने 2014 और 2019 के चुनावों में बड़ी जीत पाई थी।
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर को तिरुवनंतपुरम से टिकट मिला है। यह सीट कांग्रेस के शशि थरूर के पास है।
केंद्रीय किरेण रिजिजू अरुणाचल पश्चिम से चुनाव लड़ेंगे। 2019 में इस सीट से उन्हें 1,74,843 वोटों के अंतर से जीत मिली थी।
एक्टर और गायक रहे मनोज तिवारी को उत्तर पूर्वी दिल्ली से चुनावी मैदान में उतारा गया है।
मनसुख मंडाविया केंद्र सरकार में स्वास्थ्य मंत्री हैं। उन्हें गुजरात के पोरबंदर से टिकट मिला है।
ओम बिड़ला लोकसभा के स्पीकर हैं। उन्हें राजस्थान के कोटा से टिकट मिला है।
भोजपुरी फिल्म एक्टर पवन सिंह को भाजपा ने पश्चिम बंगाल के आसनसोल से चुनावी मैदान में उतारा है।
भोजपुरी एक्टर रवि किशन को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर सीट से टिकट मिला है।
सुकांत मजूमदार पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। उन्हें पश्चिम बंगाल के बेलूरघाट से टिकट मिला है।
बांसुरी स्वराज पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी हैं।
केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल असम के डिब्रूगढ़ से चुनाव लड़ेंगे। वह असम के पूर्व सीएम हैं।