22 अप्रैल को आतंकियों ने पहलगाम में हमला किया। यहां 3 महीने पहले ज्योति मल्होत्रा गई थी। जांच एजेंसियां पता लगा रहीं हैं कि यह यात्रा किसी बड़े जासूसी अभियान का हिस्सा तो नहीं थी।
हरियाणा के हिसार की ज्योति यूट्यूब पर ट्रैवल चैनल ‘ट्रैवल विद जो’ चलाती है। उसे 17 मई को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI को संवेदनशील जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
जांच एजेंसियों के अनुसार ज्योति मल्होत्रा ISI एजेंट दानिश के हनी ट्रैप में फंसी थी। दानिश ने उसे हाई प्रोफाइल यात्राएं कराकर अपने जाल में फंसाया।
ISI ने ज्योति पर जमकर खर्च किए। उसे VIP ट्रीटमेंट दिलाया। पैसा और शोहरत का लालच दिया। वह तीन बार पाकिस्तान और एक बार चीन गई।
ज्योति लगातार बेहद संवेदनशील इलाकों की यात्रा कर रही थी। वह 2023 में लद्दाख के पैंगोंग झील गई थी। उसने नागालैंड की यात्रा भी की थी।
ज्योति पाकिस्तानी दूतावास में होने वाली पार्टी में जाती थी। ISI एजेंट ने उस जैसे मामूली ब्लॉगर को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरियम नवाज शरीफ का इंटरव्यू दिलाया था।
ज्योति 2024 में पाकिस्तान गई, 12 दिन यहां रही। इसके बाद चीन गई और गहने की दुकानों व दूसरे जगह लग्जरी कारों में घूमी। इससे एजेंसियों को शक हुआ कि वह इतने पैसे कहां से ला रही है।
ज्योति पाकिस्तान जाना चाहती थी। वीजा लेने पाकिस्तानी दूतावास गई। यहां उसे ISI एजेंट दानिश मिला। उसने ज्योति को अपने जाल में फंसाया और 2023 में उसे 10 दिन का वीजा दिलाया।
पाकिस्तान जाकर ज्योति ISI के अधिकारियों से मिली। भारत आकर वह पूरी तरह ISI एजेंट के रूप में काम करने लगी। सोशल मीडिया समेत दूसरे माध्यम से उन्हें संवेदनशील जानकारी शेयर करने लगी।