MARCOS इंडियन नेवी का स्पेशल फोर्स है। इसकी स्थापना 1987 में हुई थी। ये कमांडो जासूसी, पानी से जमीन पर आकर लड़ाई करने और आतंकवाद विरोधी जंग में माहिर हैं।
NSG के कमांडो का मुख्य काम आतंकियों का सफाया करना है। इनके द्वारा वीआईपी को सुरक्षा भी दी जाती है। NSG को स्पेशल एक्शन ग्रुप (SAG) और स्पेशल रेंजर्स ग्रुप (SRG) में बांटा गया है।
पैरा एसएफ भारतीय सेना का स्पेशल फोर्स है। यह खास पैराशूट रेजिमेंट का हिस्सा है। जब दुश्मन देश में जाकर अटैक करना हो तो इन्हें भेजा जाता है।
गरुड़ कमांडो फोर्स वायुसेना का स्पेशल फोर्स है। इसकी स्थापना 2004 में हुई थी। गरुड़ कमांडो वायु सेना के ठिकानों की सुरक्षा, बचाव अभियान और हवाई अभियानों के लिए जिम्मेदार हैं।
घातक फोर्स भारतीय सेना का हिस्सा है। ये जवान हमलों का नेतृत्व करते हैं। हर बटालियन में 1 घातक प्लाटून होती है। इन्हें आतंकवाद और उग्रवाद-रोधी अभियानों के लिए भी ट्रेनिंग दी गई है।
COBRA CRPF (Central Reserve Police Force) का स्पेशल फोर्स है। इन्हें खासकर नक्सलियों से निपटने के लिए तैयार किया गया है। ये जंगल में होने वाली लड़ाई में माहिर होते हैं।
1962 में स्थापित SFF का काम दुश्मन देश में घुसकर गुप्त ऑपरेशन करना है। खुफिया एजेंसी रॉ के तहत काम करने वाला SFF सीधे प्रधानमंत्री और सुरक्षा महानिदेशालय को रिपोर्ट करता है।