कांग्रेस के सीनियर लीडर सैम पित्रोदा ने विरासत टैक्स की बात कह कर पार्टी को मुश्किल में डाल दिया है। वैसे, ये कोई पहली मौका नहीं है, जब पित्रोदा ने कांग्रेस को मुसीबत में डाला है।
सैम पित्रोदा अक्सर कई संवेदनशील मुद्दों पर अपने विवादित बयानों से कांग्रेस पार्टी के लिए दिक्कतें पैदा करते रहे हैं। अपने पॉलिटिकल करियर में पित्रोदा कई विवादित बयान दे चुके हैं।
2019 चुनाव में सिख दंगों पर बोलते हुए पित्रोदा ने कहा था-अब क्या है 84 का? BJP ने 5 साल में क्या किया, उसकी बात करें। 84 हुआ तो हुआ, आपने क्या किया?
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले एक इंटरव्यू में पित्रोदा ने मिडिल क्लास को लेकर कहा- मध्यम वर्ग को ज्यादा टैक्स देना चाहिए ताकि गरीब परिवारों के लिए न्यूनतम आय की गारंटी पूरी हो सके।
पित्रोदा ने बालाकोट में भारतीय सेना द्वारा की गई एयरस्ट्राइक का विरोध किया। उन्होंने कहा था-मुंबई में भी हमला हुआ था और हमारी सरकार भी रिएक्ट कर सकती थी लेकिन ये सही नहीं है।
सैम पित्रोदा ने कहा- कुछ लोगों की गलती की वजह से हमें पाकिस्तान के हर एक नागरिक को दोषी नहीं ठहराना चाहिए। पित्रोदा के इस बयान के बाद कांग्रेस की जमकर आलोचना हुई थी।
पित्रोदा ने विरासत टैक्स पर कहा कि अमेरिका में ये टैक्स लगता है। इसके तहत अगर किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है तो मरने के बाद उसमें से केवल 45% ही उसके बच्चों को मिलेगी।
पित्रोदा के इस बयान के बाद कांग्रेस जहां बैकफुट पर है, वहीं बीजेपी इसे भुना रही है।बीजेपी का कहना है कि सैम पित्रोदा ने आज कांग्रेस के मंसूबों को जनता के सामने रख दिया है।
बीजेपी का कहना है कि देश को लूटने का इरादा रखने वाली कांग्रेस जनता की संपत्ति का सर्वे कराकर उनकी मेहनत से जोड़ी गई संपत्ति को विशेष वर्ग में बांटना चाहती है।