धर्म ग्रंथों में हनुमानजी को अमर बताया गया है यानी हनुमानजी आज भी जीवित हैं। साल में कईं बार हनुमानजी से जुड़े व्रत-उत्सव मनाए जाते हैं। हनुमान अष्टमी भी इनमें से एक है।
पौष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को हनुमान अष्टमी का पर्व मनाया जाता है। ये पर्व वैसे तो पूरे देश में मनाया जाता है लेकिन मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र में इसकी मान्यता काफी अधिक है।
पौष कृष्ण अष्टमी तिथि 03 जनवरी की रात 07:48 से 04 जनवरी रात 10:05 तक रहेगी। चूंकि 4 जनवरी को पूरे दिन अष्टमी तिथि रहेगी, इसलिए इसी दिन हनुमान अष्टमी का पर्व रहेगा।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पौष कृष्ण अष्टमी तिथि पर ही हनुमानजी ने अहिरावण का वध किया था। तभी ये इस तिथि पर हनुमानजी की विजय का उत्सव मनाया जा रहा है।
अहिरावण का वध करने के बाद हनुमानजी ने पृथ्वी के नाभि केंद्र माने जाने वाले उज्जैन में कुछ देर विश्राम किया, इसलिए उज्जैन व आस-पास के क्षेत्रों में ये उत्सव विशेष रूप से मनाते हैं।