महाभारत हिंदुओं का प्रमुख ग्रंथ हैं। इससे जुड़ी ऐसे कईं मिथ हैं जिन्हें लोग आज भी सच ही मानते हैं। लोगों को इन मिथ से जुड़ी सच्चाई पता नहीं है। जानें कुछ ऐसे ही मिथ और उनका सच…
बहुत से लोग यही समझते हैं कि राजा शांतनु की दूसरी पत्नी सत्यवती केवट की पुत्री थी, जबकि ऐसा नहीं है सत्यवती एक राजा की पुत्री थी, इसलिए केवट ने उसका विवाह राजा से करवाया।
शिखंडी किन्नर था, सभी लोग सही समझते हैं लेकिन ऐसा नहीं है। शिखंडी का जन्म एक कन्या के रूप में हुआ था, लेकिन बाद में एक यक्ष के कारण उसे पुरुष का शरीर प्राप्त हुआ था।
एक मिथ ये भी है कि 5 पति होने से द्रौपदी का पांचाली पड़ा, लेकिन ऐसा नहीं है। द्रौपदी के पिता द्रुपद पांचाल देश के राजा थे। पांचाल देश की राजकुमारी होने से द्रौपदी का नाम पांचाली था।
महाभारत के अनुसार युधिष्ठिर ने कभी झूठ नहीं बोला। लेकिन द्रोणाचार्य के सामने अश्वत्थामा की मृत्यु को युधिष्ठिर ने छल किया था। इसलिए युधिष्ठिर को कुछ देर नरक देखना पड़ा था।
भीम ने दु:शासन की छाती का खून पिया था, ये भी एक मिथ है। महाभारत के अनुसार, भीम ने ये बात गांधारी को बताई थी कि दु:शासन की खून उनके दांतों से आगे नहीं गया।