महाभारत में कईं ऐसी महिलाओं का वर्णन भी मिलता है, जिनके बारे में कम ही लोग जानते हैं। इनमें से कुछ महिलाएं तो बहुत ही रहस्यमयी थीं। जानें महाभारत की इन महिलाओं के बारे में।
महाभारत के अनुसार, नागकन्या उलूपी पांडु पुत्र अर्जुन की पत्नी थीं। जब अर्जुन अपने ही पुत्र बभ्रुवाहन द्वारा मारे गए तब उलूपी ने ही अपनी मणि के प्रभाव से उन्हें पुनर्जीवित किया था।
भीम की पत्नी हिडिंबा के बारे में भी कम ही लोग जानते हैं। हिंडिबा राक्षस कुल की थी। हिमाचल प्रदेश में आज भी हिडिंबा का एक प्रसिद्ध मंदिर है जहां दूर-दूर से भक्त दर्शन करने आते हैं।
भीम के पुत्र घटोत्कच की पत्नी का नाम था मौरवी। इन्हें तंत्र-मंत्र का विशेष ज्ञान था। बर्बरीक इन्हीं के पुत्र थे। इनके और भी कईं नाम प्रसिद्ध हैं जैसे अहिलावती और कामकंठिका।
अर्जुन की 4 पत्नियां थी, जिनमें से एक मणिपुर की राजकुमारी चित्रांगदा भी थीं। चित्रांगदा का पुत्र बभ्रुवाहन बहुत ही पराक्रमी था, जो आगे जाकर मणिपुर का राजा बना।
महाभारत में दुर्योधन की पत्नी का वर्णन बहुत कम है, जिसका नाम भानुमती था। इनके एक पुत्र लक्ष्मण और पुत्री लक्ष्मणा थीं। भानुमती के बारे में ज्यादा किसी ग्रंथ में नहीं लिखा गया।
महाभारत के अनुसार, गांधारी के 100 पुत्रों के अलावा एक पुत्री भी थी जिसका नाम दु:शला था। दु:शला का विवाह सिंधु देश के राजा जयद्रथ से हुआ था, जिसका वध अर्जुन ने किया था।
राजा पांडु की कुंती के अलावा एक और पत्नी भी थी, जिनका नाम माद्री था। नकुल और सहदेव माद्री के ही पुत्र थे। राजा पांडु की मृत्यु होने पर माद्री भी इनके साथ ही सती हो गई थीं।