साल 2024 के पहले महीने यानी जनवरी में अमावस्या तिथि 11 जनवरी, गुरुवार को रहेगी। ये पौष मास की अमावस्या तिथि रहेगी।
9 फरवरी, शुक्रवार को माघ मास की अमावस्या तिथि रहेगी, इसे मौनी और माघी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है।
10 मार्च, रविवार को फाल्गुन मास की अमावस्या तिथि रहेगी। अमावस्या से संबंधित उपाय, पूजा आदि इसी दिन किए जाएंगे।
8 अप्रैल, सोमवार को चैत्र मास की अमावस्या रहेगी। ये हिंदू पंचांग विक्रम संवत्सर 2080 का अंतिम दिन रहेगा। सोमवार अमावस्या होने से ये सोमवती अमावस्या कहलाएगी।
मई 2024 में वैशाख अमावस्या तिथि 2 दिन रहेगी। 7 मई, मंगलवार को श्राद्ध और 8 मई, बुधवार को स्नान-दान अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा।
6 जून, गुरुवार को ज्येष्ठ मास की अमावस्या रहेगी। इस दिन शनि जयंती का पर्व मनाया जाएगा। साथ ही वट सावित्री का व्रत भी किया जाएगा।
5 जुलाई, शुक्रवार को आषाढ़ मास की अमावस्या तिथि रहेगी। इस दिन हलहारिणी अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा।
4 अगस्त, रविवार को श्रावण मास की अमावस्या तिथि रहेगी। इस दिन हरियाली अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा।
2 सितंबर, सोमवार को भाद्रपद मास की अमावस्या तिथि रहेगी। इसे कुशग्रहणी अमावस्या कहते हैं। सोमवार को होने से ये सोमवती अमावस्या कहलाएगी।
2 अक्टूबर, बुधवार को आश्विन मास की अमावस्या तिथि रहेगी। वहीं 31 अक्टूबर, गुरुवार को कार्तिक मास की अमावस्या होने से दीपावली पर्व मनाया जाएगा।
नवंबर 2024 में अमावस्या तिथि 2 बार आएगी। पहले कार्तिक मास की अमावस्या 1 नवंबर, शुक्रवार को और दूसरी अगहन मास की अमावस्या 30 नवंबर, शनिवार को रहेगी।
दिसंबर में भी 2 अमावस्या का संयोग बनेगा। 1 दिसंबर, रविवार को अगहन मास की अमावस्या और 30 दिसंबर, सोमवार को पौष अमावस्या रहेगी। इसे सोमवती अमावस्या कहेंगे।