शादी की बात होती है, तो अक्सर लोग अरेंज्ड मैरिज और लव मैरिज के बीच चुनाव को लेकर कंफ्यूज रहते हैं। लेकिन सदगुरु (जग्गी वासुदेव) ने इस विषय पर नजरिया बदलने वाली जबरदस्त बातें बताईं।
सदगुरु का मानना है कि शादी की सफलता इस पर निर्भर करती है कि दोनों पार्टनर कितनी जिम्मेदारी और समझदारी से रिश्ते को संभालते हैं। शादी का तरीका अरेंज्ड या लव उतना महत्वपूर्ण नहीं है।
सदगुरु की राय: आजकल अरेंज्ड मैरिज को पुराने जमाने का मान लिया जाता है, लेकिन सच यह है कि हर शादी एक समझौता है। यह समझौता कौन बनाता है- आपके माता-पिता, डेटिंग ऐप यह मायने नहीं रखता।
सदगुरु का विचार: शादी का मतलब केवल यह नहीं कि कैसे शुरू हुई, बल्कि यह भी कि आप रिश्ते को कैसे संभालते हैं। समझदारी और जिम्मेदारी सबसे महत्वपूर्ण हैं।
सदगुरु का तर्क: भारत जैसे देशों में जहां अरेंज्ड मैरिज का प्रचलन है, तलाक की दर काफी कम है। इसके विपरीत, जहां लव मैरिज अधिक आम है, वहां तलाक की दर ज्यादा है।
सदगुरु की सलाह: अगर आप अपनी इच्छाओं और अहंकार को नियंत्रण में रख सकें और एक खुशहाल और संतुलित व्यक्ति बनें, तो कोई भी शादी अरेंज्ड या लव – खुशी और संतोष का स्रोत बन सकती है।
सदगुरु का अनुभव: उन्होंने अपनी पत्नी से शादी की, बिना जानकारी के लेकिन उनके गुणों पर ध्यान दिया। यही सफल रिश्ते की कुंजी है। धन या आकर्षण से ज्यादा महत्वपूर्ण है साझेदारी का वादा।