अयोध्या में बने राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी 2024 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा होगा। राम मंदिर में कितने मंडप हैं और यहां क्या होगा? आगे जानिए इसके बारे में…
मंदिर में गर्भ गृह तक पहुंचने से पहले मंडप (हॉल) बनाए जाते हैं। इसमें पिलर यानी खंभे मुख्य रूप से होते हैं। बिना मंडप के मंदिर का निर्माण संभव है, ऐसा धर्म ग्रंथों में लिखा है।
मंदिर में मंडप की संख्या स्थान के अनुसार तय की जाती है। मंदिर में कम से कम 1 मंडप होना जरूरी है। स्थान ज्यादा होने पर इनकी संख्या अधिक भी हो सकती है।
अयोध्या में बने राम मंदिर में कुल 5 मंडप बनाए गए हैं। इनके नाम हैं- नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना मंडप और कीर्तन मंडप। इन सभी की अलग-अलग विशेषताएं हैं।
मंदिर में बने नृत्य मंडप में जहां नाच-गाकर भगवान की स्तुति की जाती है वहीं, रंग मंडप में कलाकार नाटक द्वारा भगवान की कथाओं का मंचन करते हैं।
सभा मंडप में ध्यान किया जाता है। प्रार्थना मंडप में शांत भाव से बैठकर मन ही मन भगवान की स्तुति करते हैं, वहीं कीर्तन मंडप में वाद्य यंत्रों द्वारा भगवान के भजन गाए जाते हैं।