22 जनवरी 2024 को अयोध्या के राम मंदिर में राम लला की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। अयोध्या में एक प्राचीन नदी भी, कम ही लोग इसके बारे में जानते हैं। जानें कौन-सी हैं ये नदी…
अयोध्या सरयू नदी के तट पर बसी हुई है। इस नदी का वर्णन प्राचीन ग्रंथों जैसे वेद और रामायण में भी मिलता है। यह गंगा नदी की सात सहायक नदियों में से एक है और पवित्र मानी जाती है।
कथाओं के अनुसार, सरयू नदी के किनारे ही राजा दशरथ ने अज्ञानतावश श्रवण कुमार की हत्या की थी। यह भी कहा जाता है कि सरयू नदी धरती के नीचे बहने वाली एकमात्र नदी है।
कहते हैं कि सरयू नदी लोगों की अशुद्धियों और पापों को धोती है। इसलिए विभिन्न अवसरों पर हजारों पर्यटक और भक्त सरयू नदी के जल में डुबकी लगाकर स्वयं को धन्य मानते हैं।
सरयू नदी का एक नाम सरजू भी है। सरयू मुख्य रूप से हिमालय से निकलती है और शारदा नदी की सहायक नदी बन जाती है। अयोध्या किनारे होने से इसका महत्व और भी बढ़ जाता है।
ग्रंथों में सरयू को भगवान विष्णु की मानस पुत्री कहते हैं, इस नदी को ब्रह्मर्षि वशिष्ठ धरती पर लेकर आए। इसकी लंबाई 350 किलोमीटर है। इसका नाम संस्कृत भाषा से लिया गया है।