प्रसिद्ध कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा राधा रानी के विषय में कही गईं बातों को लेकर लोगों के निशाने पर हैं। यहां तक कि वृंदावन के संत प्रेमानंद बाबा ने उन्हें खुलकर चुनौती भी दी है।
ऐसा पहली बार नहीं है जब पं. मिश्रा ने कोई विवादित बात कही है। पहले भी पं. मिश्रा कईं बार विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं। जानें पं. मिश्रा के ऐसे ही बयानों के बारे में…
1 जून 2024 को छत्तीसगढ़ के दुर्ग में पं. मिश्रा ने कहा था कि ‘हिंदू 4 बच्चे पैदा करें। इसमें से 2 अपने पास रखें और एक राष्ट्र सेवा के लिए और एक को हिंदुत्व के लिए समर्पित कर दें।’
15 जून 2023 को भोपाल में पं. मिश्रा ने कहा था कि ‘लव जिहाद के मामलों को रोकने के लिए बेटियों को परिवार से ही संस्कार दिए जाने की जरूरत है। बेटियों के पास भी कटार होनी चाहिए।’
29 अप्रैल 2023 को छत्तीसगढ़ के भिलाई में पं. मिश्रा ने कहा था कि ‘समलैंगिक विवाह का जो प्रस्ताव है यह श्रेष्ठ नहीं है। यह हमारे सनातन धर्म के लिए कहीं न कहीं चोट पहुंचाने वाला है।’
मध्य प्रदेश के बैतूल शहर में 26 दिसंबर 2022 को पं. मिश्रा ने कहा था कि ‘हर घर से एक बेटा या तो राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ में होना चाहिए या फिर बजरंग दल में होना चाहिए।’
9 मई 2022 को मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम में पं. प्रदीप मिश्रा ने कहा था कि ‘सोने की चिड़िया को अब सोने का शेर बनाना है। संविधान को बदलो, हमको हिंदू राष्ट्र बनाना है।’