वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वे पशु बलि के विषय पर बोल रहे हैं। आगे जाने बलि के बारे में क्या कहा प्रेमानंद बाबा ने…
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘पुरातन समय में कुछ ऐसी प्रथाएं चली आ रही हैं कि लोग भगवान के नाम पर या देवी के नाम पर पशुओं की हत्या करते हैं और उसे बलि का नाम दे देते हैं।’
प्रेमानंद बाबा के अनुसार,’ बलि के लिए बैल, बकरे, मुर्गे की हत्या की जाती है। ये सब कुप्रथाएं हैं, जो कि शास्त्र सम्मत नहीं है। शास्त्रों में कहीं भी बलि प्रथा का वर्णन नहीं मिलता।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार,’ क्या पशु बलि देने से देवी खुश हो जाएगी? देवी तो जगदम्बा हैं, यानी वो सभी की माता हैं। वो बकरे की भी माता हैं, वो भैंसे और मुर्गे की भी माता हैं।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘भला अपने ही बेटे की बलि पाकर कौन-सी मां प्रसन्न होती हैं। बलि के बाद पशु का मांस प्रसाद रूप में खाते हैं। ऐसे लोगों की दुर्गति होना निश्चित है।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार,‘ देवी तो चराचर में है। बकरे में भी वही है, भैंसे में भी वही है। इसलिए पशु बलि से दूर रहो और नाम जाप करते रहो। उसी से तुम्हारे मन को शांति मिलेगी।’