Diwali 2023: क्या है ‘साइलेंट दिवाली’, देश में कहां मनाई जाती है?
Spiritual Nov 13 2023
Author: Manish Meharele Image Credits:Getty
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पटाखों के शोर में मनी दिवाली
12 नवंबर, रविवार को देश में दिवाली का त्योहार मनाया गया। इस दिन लोगों को पटाखे फोड़कर खूब शोर किया, वहीं देश के एक हिस्से में इस दिन साइलेंट दिवाली मनाई गई।
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क्या है साइलेंट दिवाली? (What is Silent Diwali?)
साइलेंट दिवाली एक नया कॉनसेप्ट है, जिसमें बिना किसी शोरगुल और पटाखों की आवाज के दिवाली सेलिब्रेशन किया जाता है। इस दौरान दीप जलाएं जाते हैं और बधाई भी दी जाती है।
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कहां मनाते हैं साइलेंट दिवाली? (Where is Silent Diwali celebrated?)
तमिलनाडु राज्य के 7 गांव ऐसे हैं जहां साइलेंट दिवाली मनाने की चलन है। ये गांव हैं- सेलप्पमपलयम, वदामुगम वेल्लोड, सेम्मांडमपालयम, करुक्कनकट्टू वलासु, पुंगमपाडी और 2 अन्य।
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कैसे मनाते हैं यहां दिवाली?
तमिलनाडु के इरोड जिले के इन 7 गांवों में दिवाली के मौके पर सिर्फ रोशनी की जाती है और दीपक जलाए जाते हैं। इस दौरान ऐसा कोई काम नहीं किया जाता, जिससे ज्यादा आवाज हो।
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क्यों मनाते हैं साइलेंट दिवाली? (Why celebrate silent Diwali?)
तमिलनाडु के इन गांवों के नजदीक ही पक्षी अभयारण्य हैं। पटाखों की आवाज से इन पक्षियों को काफी तकलीफ होती है। इसलिए इन गांवों में शांत यानी साइलेंट दिवाली मनाई जाती है।
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किसने सालों से मनाई जा जा रही साइलेंट दिवाली?
स्थानीय लोगों के अनुसार साइलेंट दिवाली की परंपरा 22 साल पुरानी है। पक्षियों की दुर्लभ प्रजातियों के संरक्षण के लिए गांव वालों ने मिलकर ये फैसला लिया था जो आज तक कायम है।