31 अक्टूबर, गुरुवार को दिवाली है। शाम को इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करने का परंपरा है। पूजा के लिए देवी लक्ष्मी की कैसी तस्वीर या चित्र का उपयोग करें, आगे जानिए…
विद्वानों के अनुसार, देवी लक्ष्मी का एक वाहन उल्लू भी है। भूलकर भी दिवाली पर उल्लू पर बैठी देवी लक्ष्मी की पूजा न करें। ऐसा करना अशुभ माना जाता है और इसका फल भी नहीं मिलता।
देवी लक्ष्मी की ऐसी तस्वीर या मूर्ति की पूजा न करें, जिसमें वो खड़ी अवस्था में दिखाई दे रही हों। विद्वानों के अनुसार हमेशा देवी लक्ष्मी की पूजा बैठी हुई अवस्था में ही करना चाहिए।
देवी लक्ष्मी का चित्र हो या प्रतिमा, इस बात का ध्यान रखें कि वो कही से भी खंडित यानी टूटी-फूटी न हो। ऐसी तस्वीर या प्रतिमा की पूजा करने से हमें अशुभ फल मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
देवी लक्ष्मी की प्रतिमा या चित्र लेते समय इस बात का ध्यान रखें कि देवी का मुख सौम्य अवस्था में हो, क्रुद्ध अवस्था में नहीं। क्रोधित मुख वाली देवी की पूजा कभी शुभ फल नहीं देती।