किस अप्सरा ने दिया था अर्जुन को ‘किन्नर’ बनने का श्राप?
Spiritual Dec 27 2024
Author: Manish Meharele Image Credits:ChatGPT
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अर्जुन कैसे बने किन्नर?
अर्जुन महाभारत के प्रमुख पात्रों में से एक थे। अज्ञातवास के दौरान एक साल तक अर्जुन किन्नर बनकर रहे। इस समय अर्जुन सचमुच नपुसंक हो गए थे। ऐसा एक श्राप के कारण हुआ था।
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जब अर्जुन गए स्वर्ग
महाभारत के अनुसार, जब अर्जुन दिव्यास्त्र प्राप्त करने स्वर्ग गए तो वहां देवराज इंद्र ने उन्हें नृत्य और गायन सीखने को भी कहा। इसी समय उर्वशी नाम की अप्सरा उन पर मोहित हो गई।
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उर्वशी ने कही दिल की बात
जब उर्वशी ने दिल की बात अर्जुन से कही तो उन्होंने इस प्रणय निवेदन को अस्वीकार कर दिया और पुरु वंश (अर्जुन के पूर्वज) की जननी होने के कारण उर्वशी को माता के समान बताया।
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उर्वशी ने दिया अर्जुन को श्राप
क्रोध में आकर उर्वशी ने अर्जुन को किन्नर बनने का श्राप दे दिया। जब ये बात अर्जुन ने देवराज इंद्र को बताई तो उन्होंने कहा कि ‘ये श्राप सिर्फ एक वर्ष तक ही रहेगा, जब तुम चाहोगे।’
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किन्नर बनकर रहे अर्जुन
महाभारत के अनुसार, अज्ञातवास के दौरान अर्जुन एक वर्ष तक किन्नर बनकर विराट नगर में रहे। इस दौरान उन्होंने विराट नगर की राजकुमारी उत्तरा को नृत्य और गायन की शिक्षा दी।
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श्राप बन गया वरदान
इस तरह उर्वशी द्वार दिया गया श्राप अर्जुन के लिए वरदान साबित हुआ क्योंकि किन्नर के रूप में अर्जुन को कोई पहचान नहीं पाया और उन्होंने अपना अज्ञातवास पूरा कर लिया।