Hindi

क्या 30 नवंबर को शनिश्चरी अमावस्या है? यहां दूर करें अपना कन्फ्यूजन

Hindi

क्या 30 नवंबर को है शनिश्चरी अमावस्या?

इस बार अगहन मास की अमावस्या की अमावस्या 30 नवंबर और 1 दिसंबर को रहेगी। 30 नवंबर को शनिवार होने से क्या है शनिश्चरी अमावस्या कहलाएगी? आगे दूर करें अपना कन्फ्यूजन…

Image credits: Getty
Hindi

कब से कब तक रहेगी अमावस्या तिथि?

पंचांग के अनुसार, अगहन मास की अमावस्या 30 नवंबर, शनिवार की सुबह 10 बजकर 30 मिनिट से शुरू होगी, जो 01 दिसंबर, रविवार की सुबह 11 बजकर 51 मिनिट तक रहेगी।

Image credits: Getty
Hindi

इसलिए हो रहा कन्फ्यूजन

इस तरह अगहन अमावस्या तिथि 1 नहीं बल्कि 2 दिन रहेगी (30 नवंबर और 1 दिसंबर)। इसी वजह से लोगों के मन में शनिश्चरी अमावस्या को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है।

Image credits: Getty
Hindi

क्या कहते हैं विद्वान?

विद्वानों के अनुसार, शनिश्चरी अमावस्या में स्नान-दान का महत्व है। चूंकि अमावस्या तिथि का सूर्योदय 1 दिसंबर, रविवार को होगा, इसलिए ये अमावस्या शनिश्चरी नहीं कहलाएगी।

Image credits: adobe stock
Hindi

30 नवंबर को करें श्राद्ध-पिंडदान

विद्वानों के अनुसार, 30 नवंबर को दोपहर में अमावस्या तिथि रहेगी जो श्राद्ध के लिए उपयुक्त होती है। इसलिए इस दिन पितरों की शांति के लिए श्राद्ध-पिंडदान और तर्पण कर सकते हैं।

Image credits: Getty
Hindi

स्नान-दान अमावस्या 1 दिसंबर को

ज्योतिषियों की मानें तो अगहन मास की अमावस्या का स्नान-दान 1 दिसंबर, रविवार को करना श्रेष्ठ रहेगा। इस दिन पवित्र नदी में स्नान और जरूरतमंदों को दान करने का विशेष महत्व रहेगा।

Image Credits: Getty