देवउठनी एकादशी का पर्व 12 नवंबर, मंगलवार को है। इस दिन कुछ खास उपाय करने से किसी भी सोई किस्मत जाग सकती है। जानिए देवउठनी एकादशी पर कौन-से उपाय करें…
देवउठनी एकादशी पर तुलसी के पौधे और शालिग्राम शिला की पूजा का विशेष महत्व है। इनकी पूजा करने से घर की हर परेशानी दूर हो सकती है साथ ही सुख-समृद्धि भी बनी रहती है।
मान्यता के अनुसार, देवउठनी एकादशी पर भगवान विष्णु नींद से जागते हैं। इस मौके पर इनकी पूजा विशेष रूप से करनी चाहिए। इन्हें वस्त्र, भोग, फल-फूल आदि भी चढ़ाने चाहिए।
देवउठनी एकादशी पर जरूरतमंदों को अनाज, भोजन, कपड़े आदि चीजों का दान करना चाहिए। ऐसे देवी-देवताओं की कृपा हम पर बनी रहती है और सुख-समृद्धि घर आती है।
देवउठनी एकादशी पर अपने पास स्थित किसी मंदिर में केसरिया ध्वज लगवाएं। अगर वहां पहले से ध्वज लगा हो तो अपना ध्वज मंदिर के पुजारी को दे दें ताकि समय आने पर वो इसे लगा सकें।
देवउठनी एकादशी पर भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप विधि-विधान से करें। मंत्र जाप के लिए तुलसी की माला का उपयोग करें। मंत्र जाप से मन की शांति मिलती है और कष्ट कम होते हैं।