इस बार तुलसी विवाह का पर्व 12 नवंबर, मंगलवार को है। तुलसी को हिंदू धर्म में बहुत ही पवित्र माना जाता है। तुलसी के पत्ते कब नहीं तोड़ना चाहिए, जानें शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद से…
ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वे बता रहे हैं कि तुलसी के पत्ते कब-कब नहीं तोड़ना चाहिए…
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के अनुसार, तुलसी के पत्ते रविवार, मंगलवार और शुक्रवार को नहीं तोड़ने चाहिए। इनके अलावा अमावस्या और पूर्णिमा पर भी तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए।
जब भी सूर्य राशि बदलता है तो उसे सूर्य संक्रांति कहते हैं। हिंदू धर्म में इसे पर्व माना गया है। इसलिए जब भी सूर्य राशि बदले तो उस दिन भी तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ना चाहिए।
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के अनुसार, एकादशी और द्वादशी तिथि भी बहुत पवित्र मानी गई हैं। इन तिथियों पर भी तुलसी के पत्ते तोड़ने की मनाही है। इनसे अपराध बनता है।
अगर घर में किसी की मृत्यु हो गई हो या किसी का जन्म हुआ हो तो इस स्थिति में 13 दिन तक तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ना चाहिए। इन 13 दिनों को सूतक काल कहा गया है।