Spiritual

जानें रावण की पूरी फैमिली हिस्ट्री, कौन थे ‘दादा’ और ‘परदादा’?

Image credits: adobe stock

दशहरा 24 अक्टूबर को

24 अक्टूबर, मंगलवार को दशहरे पर पूरे देश में रावण के पुतलों का दहन होगा। रावण का जन्म ब्राह्मण कुल में हुआ था, लेकिन फिर भी वह राक्षस कहलाया। जानें रावण की पूरी फैमिली हिस्ट्री…

Image credits: adobe stock

ब्रह्मा के कुल में हुआ था रावण का जन्म

रामायण के अनुसार, रावण का जन्म ब्रह्मा के कुल में हुआ था। ऋषि पुलस्त्य ब्रह्मा के दस मानस पुत्रों में से हैं। इन्हें प्रथम मन्वन्तर के सात सप्तर्षियों में से एक भी माना जाता है।

Image credits: adobe stock

रावण के दादा थे ऋषि पुलस्त्य

पुलस्त्य ऋषि को पत्नी हविर्भू से दो पुत्र हुए- महर्षि अगस्त्य और विश्रवा मुनि। महर्षि विश्रवा भी महान तपस्वी थे। इनकी दो पत्नियां थीं। उनमें से एक राक्षस सुमाली की पुत्री कैकसी थी।

Image credits: adobe stock

ये थे रावण के माता-पिता

मुनि विश्रवा को अपनी पत्नी कैकसी से 3 पुत्र और 1 पुत्री प्राप्त हुई। इनके नाम रावण, कुम्भकर्ण, विभीषण और शूर्पणखा था। इस तरह रावण का जन्म ब्रह्मा के कुल में हुआ था।

Image credits: adobe stock

ये थे रावण के नाना

रावण का पालन-पोषण उसकी माता कैकसी और नाना सुमाली ने किया। उनके साथ रहते हुए भी उसने राक्षस जाति के उत्थान के लिए कईं कार्य किए, इसलिए वह राक्षसों का राजा कहलाया।

Image credits: adobe stock

ये थीं रावण की पत्नियां

धर्म ग्रंथों के अनुसार वैसे तो रावण की कईं पत्नियां थीं, लेकिन उन सभी में मय दानव की पुत्री मंदोदरी और धन्यमालिनी प्रमुख थीं। रामायण में भी इन दोनों का वर्णन मिलता है।

Image credits: adobe stock

ये थे रावण के पुत्र

रावण के कईं पराक्रमी पुत्र थे, उनमें से मेघनाद सबसे शक्तिशाली था। इसके अलावा अक्षय कुमार, महोदर, प्रहस्त, विरुपाक्ष, अतिकाय, त्रिशिरा और नरांतक-देवांतक आदि प्रमुख थे।

Image credits: adobe stock

कुबेरदेव भी रावण के भाई

रावण के पिता मुनि विश्रवा की एक अन्य पत्नी भी थी, जिनका नाम इड़विड़ा था। इनके पुत्र का नाम वैश्रवण था। बाद में यही कुबेरदेव कहलाए। इस तरह रावण, कुबेर का सौतेला भाई था।

Image credits: adobe stock