रावण का पहला सपना था काले लोगों को गोरा करना। कहते हैं कि रावण स्वयं काला था इसलिए वह कुछ ऐसा करना चाहता था जिससे कि काले लोगों का रंग भी गोरा हो जाए।
रावण धरती से लेकर स्वर्ग तक की सीढ़ी बनाना चाहता था ताकि एक आम इंसान भी धरती से सीधे स्वर्ग तक जा सके और भगवान की पूजा कर सके। रावण का ये सपना भी अधूरा रह गया।
रावण चाहता था कि समुद्र में जितना भी खारा पानी है, वह मीठा हो जाए ताकि लोग उसका उपयोग कर सकें। वह सोचता था अगर ऐसा हो जाए तो लोग भगवान की तरह उसकी भी पूजा करेंगे।
रावण चाहता था कि सोने में बहुत ही मनमोहक सुगंध होना चाहिए ताकि कोई भी उसे छिपा कर न रख सके। कारण ये था कि रावण स्वयं दुनियाभर के सोने पर कब्जा जमाना चाहता था।
रावण खून का रंग बदलकर लाल से सफेद करना चाहता था ताकि लोगों को ये पता न लग सके कि उसने कितने निर्दोष लोगों को रक्त युद्ध भूमि में बहाया है।
रावण राक्षस जाति का था और उसे शराब अति प्रिय थी। वह चाहता था कि शराब से बदबू पूरी तरह से मिट जाए ताकि इसे पीते समय हिचक न हो। लेकिन उसका यह सपना भी अधूरा रह गया।
रावण की एक इच्छा ये भी थी कि लोग उसे भगवान की तरह पूजें चाहे इसके लिए उसे साम-दाम-दंड-भेद किसी भी नीति का सहारा क्यों न लेना पड़े। रावण की ये इच्छा भी अधूरी रह गई।