इस बार निर्जला एकादशी का व्रत 18 जून, मंगलवार को है। इस व्रत के जड़े कईं कठोर नियम हैं, जिनका पालन करना जरूरी है। आगे जानिए निर्जला एकादशी पर कौन-से काम न करें…
जो लोग निर्जला एकादशी का व्रत नहीं रखते, वे भी इस दिन किसी भी रूप में तामसिक भोजन जैसे मांस-मदिरा, लहसुन-प्याज आदि का सेवन भूलकर भी न करें। इससे दोष लगता है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, एकादशी तिथि पर चावल नहीं खाना चाहिए। इसके पीछे ग्रंथों में कई कारण भी बताए गए हैं। चावल से अन्य चीजें जैसे पोहा और परमल आदि भी इस दिन न खाएं।
निर्जला एकादशी के दिन तन और मन दोनों से ब्रह्मचर्य का पालन करें। यानी न तो स्त्री संग न करें और न ही इस तरह के विचार मन में लाएं। ये नियम एकादशी व्रत के लिए जरूरी है।
एकादशी तिथि पर किसी पर भी क्रोध न करें और न किसी को भला-बुरा कहें। ये व्रत के जरूरी नियमों में से एक है। इस दिन मन को शांत रखें और मन ही मन ईश्वर का ध्यान करें।
निर्जला एकादशी तिथि परम पवित्र है। इस दिन दान का विशेष महत्व है। इस दिन अगर आपके घर पर कोई भिक्षुक भोजन आदि की इच्छा से आए तो उसे खाली हाथ न लौटाएं।