ग्रंथों में शनिदेव को न्यायाधीश कहा गया है। शनिदेव ही सभी प्राणियों के शुभ-अशुभ कर्मों का न्याय करते हैं। ज्येष्ठ मास में शनि जयंती मनाई जाती है। जानें 2024 में कब है शनि जयंती…
पुराणों के अनुसार, शनिदेव का जन्म ज्येष्ठ मास की अमावस्या को हुआ था। इसलिए हर साल इस दिन शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस दिन शनि मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है।
साल 2024 में ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि 05 जून, बुधवार की रात 07:55 से शुरू होगी, जो अगले दिन यानी 06 जून, गुरुवार की शाम 06:07 तक रहेगी। यानी ये तिथि 2 दिन रहेगी।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, चूंकि ज्येष्ठ मास की अमावस्या का सूर्योदय 6 जून, गुरुवार को होगा, इसलिए इसी दिन शनि जयंती का पर्व मनाया जाएगा।
जिन लोगों पर शनि की दृष्टि है या जिन पर शनि की साढ़ेसाती या ढय्या का प्रभाव है, उनके लिए ये दिन बहुत खास है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से शनिदेव का असर कम होता है।
शनि जयंती के दिन शनिदेव की पूजा का विधान है। इस दिन जरूरतमंदों को दान करें। कुष्ठ रोगियों को भोजन करवाएं। काले कुत्ते-काली गाय की सेवा करें। इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं।