वर्तमान समय में गोवर्धन मठ के शंकराचार्य स्वामी श्रीनिश्चलानन्द सरस्वतीजी हैं। ये अपने प्रवचनों में लोगों की शंकाओ का समाधान भी करते हैं और ईश्वर मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं।
स्वामी श्रीनिश्चलानन्द सरस्वतीजी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति इनसे पूछ रहा है कि ‘क्या विधवा महिलाएं अशुभ होती हैं? जानें इस सवाल का स्वामीजी ने क्या जवाब दिया…
शंकराचार्यजी ने कहा कि ‘10 महाविद्याओं का नाम आप सभी ने सुना होगा। जो लोग 10 महाविद्या को नहीं समझते हों वो कल्याण गीता प्रेस का शक्ति लेकर में इसे पढ़ सकते हैं।
शंकराचार्यजी ने कहा कि ‘शक्ति अंक में 10 विद्याओं का वर्णन है। इन 10 महाविद्याओं में कुंवारी कन्या भी हैं, सधवा देवी भी हैं और इसमें देवी के विधवा स्वरूप का भी वर्णन मिलता है।
शंकराचार्यजी ने कहा कि ‘इसका अर्थ ये है कि मातृ शक्ति के 3 रूप हो सकते हैं। कभी वे कुंवारी होती हैं तो कभी विवाहित हो जाती हैं और कोई देवी देवयोग से विधवा भी हो सकती हैं।’
शंकराचार्यजी ने कहा कि ‘सनातन धर्म की मातृ शक्तियों में कुंवारी, सधवा और विधवा, इन तीनों ही रूप की पूजा की जाती है तो विधवा महिलाएं अशुभ कैसे हो सकती हैं, ये गलत धारणा है।’
शंकराचार्यजी ने कहा कि ‘विधवा महिलाओं का मन विकृत न हो, इसलिए उन्हें विवाह आदि मांगलिक कामों में शामिल होने पर रोक है लेकिन वे अशुभ किसी भी स्थिति में नहीं हैं।’