इस बार 4 मई, शनिवार को वरुथिनी एकादशी का व्रत किया जाएगा। इस दिन कुछ खास उपाय करने से आने वाले संकट टल जाते हैं। आगे जानिए इन आसान उपायों के बारे में…
वरुथिनी एकादशी के शुभ योग में भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें। मंत्र जाप के लिए तुलसी की माला का उपयोग करें। मंत्र जाप करने से आपकी हर परेशानी दूर हो सकती है।
एकादशी पर किया गया दान बहुत ही शुभ माना गया है। इस तिथि पर जरूरतमंदों को भोजन, कच्चा अनाज, कपड़े आदि चीजें दान करनी चाहिए। इससे देवताओं की कृपा बनी रहेगी।
वरुथिनी एकादशी पर भगवान विष्णु को पीले वस्त्र और फूल अर्पित करें। केसर से तिलक लगाएं और पीले फल या मिठाई का भोग लगाएं। इससे आपको शुभ फल मिल सकते हैं।
अगर आपके आस-पास कोई मंदिर हैं तो वरुथिनी एकादशी पर उसके शिखर पर पीले या केसरिया रंग का ध्वज लगवाएं। इसे आपको ग्रहों से संबंधित शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है।
वरुथिनी एकादशी पर भगवान विष्णु के साथ देवी लक्ष्मी की प्रतिमा का केसरिया दूध से अभिषेक करें। इस दौरान मंत्रों का जाप भी करते रहें। जल्दी ही धन लाभ के योग बन सकते हैं।