महाभारत युद्ध में पांडवों के मामा ने कौरवों का साथ दिया था। बाद में वे युधष्ठिर के हाथों मारे गए। बहुत कम लोग पांडवों के इस मामा के बारे में जानते हैं। जानें कौन थे वो…
महाभारत के अनुसार, मद्रदेश के राजा शल्य थे। उन्होंने अपनी बहन माद्री का विवाह हस्तिनापुर के राजा पांडु से किया था। राजा पांडु की एक अन्य पत्नी भी थी, जिसका नाम कुंती था।
कुंती से राजा पांडु को तीन पुत्र हुए- युधिष्ठिर, भीम और अर्जुन। वहीं माद्री से राजा पांडु को दो जुड़वा पुत्र हुए, जिनके नाम थे नकुल और सहदेव। इस तरह राजा शल्य पांडवों के मामा थे।
जब राजा शल्य के पता चला कि कुरुक्षेत्र में कौरव और पांडवों के बीच युद्ध होने वाला है तो वे पांडवों का साथ देने के लिए अपनी सेना सहित कुरुक्षेत्र के मैदान की ओर चल पड़े।
रास्ते में दुर्योधन ने छल से राजा शल्य को प्रसन्न कर लिया और पांडवों के विरुद्ध युद्ध करने के लिए मना लिया। राजा शल्य प्रतिज्ञाबद्ध होने के कारण कौरवों का साथ देने को विवश हो गए।
कर्ण की मृत्यु के बाद दुर्योधन ने कौरवों का सेनापति राजा शल्य को बनाया। राजा शल्य का धर्मराज युधिष्ठिर से भयंकर युद्ध हुआ। इस युद्ध में राजा शल्य युधिष्ठिर के हाथों मारे गए।