Spiritual

इस नाग मंदिर में छिपे हैं कई ‘रहस्य’, साल में सिर्फ 1 दिन खुलता है

Image credits: google

कब है नागपंचमी?

इस बार नागपंचमी 21 अगस्त, सोमवार को है। इस दिन नागमंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। एक नाग मंदिर ऐसा भी है जो सिर्फ नागपंचमी पर ही खुलता है। जानें कहां है ये मंदिर…

Image credits: google

यहां में है ये रहस्यमयी नाग मंदिर

मध्य प्रदेश के उज्जैन में है महाकाल मंदिर। ये 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इसके सबसे ऊपरी तल पर स्थित है नागचंद्रेश्वर मंदिर, जो साल में सिर्फ एक बार नागपंचमी पर ही खुलता है।

Image credits: google

मराठाकालीन है ये प्रतिमा

यहां स्थित प्रतिमा मराठाकालीन है। आमतौर पर भगवान विष्णु को शेषनाग के आसन पर बैठा दिया जाता है, जबकि यहां स्थापित प्रतिमा में शिव-पार्वती शेषनाग के आसान पर बैठे हैं।

Image credits: google

सबसे पहले पुजारी करते हैं पूजा

नागपंचमी पर मंदिर खुलते ही सबसे वरिष्ठ अधिकारी और पुजारी यहां पूजा करते हैं, उसके बाद ही भक्तगण दर्शन पाते हैं। नागपंचमी की रात को ये मंदिर पुन: बंद कर दिया जाता है।

Image credits: google

ये है मान्यता

धर्म ग्रंथों के अनुसार, प्राचीन काल में ये स्थान महाकाल वन कहलाता था, जहां तक्षक नाग ने तपस्या की थी। आज भी तक्षक नाग नागचंद्रेश्वर मंदिर में ही रहता है, ऐसी मान्यता है।

Image credits: google

कालसर्प दोष का निवारण

इस मंदिर से जुड़ी एक खास बात ये भी है कि यहां दर्शन करने से काल सर्प दोष के अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिलती है। नागपंचमी पर एक ही दिन में यहां लाखों दर्शन करने आते हैं।

Image credits: google