Spiritual

प्रेमानंद महाराज: औरत को नरक का द्वार क्यों कहा जाता है?

Image credits: facebook

सभी को प्रश्नों का उत्तर देते हैं बाबा

वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज से मिलने रोज हजारों लोग आते हैं। सभी के मन में कुछ प्रश्न और शंकाएं होती हैं। प्रेमानंद महाराज उन सभी के प्रश्नों का उत्तर देकर संतुष्ट करते हैं।

Image credits: facebook

औरत को क्यों कहते हैं नरक का द्वार?

प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो इन दिनों वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ महिलाएं उनसे पूछ रही हैं कि औरत को नरक का द्वार क्यों कहा जाता है। जानें क्या कहा प्रेमानंद बाबा ने…

Image credits: facebook

क्या कहा प्रेमानंद बाबा ने?

प्रेमानंद महाराज ने महिलाओं से कहा कि ‘औरत नरक का द्वार नहीं है, औरत को भोग बुद्धि से देखना नरक का द्वार है। हमारी मां भी औरत है, बहन और पुत्री भी औरत ही है।’

Image credits: facebook

ये 3 हैं नरक के द्वार

प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘शास्त्रों में बताया गया है कि काम, क्रोध और लोभ ये तीनों अवगुण ही नरक के द्वार है। इसमें न तो किसी स्त्री का वर्णन है, और न पुरुष का वर्णन है।’

Image credits: facebook

इन लोगों की दुर्गति होना निश्चित

प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘अगर तुमने संन्यास लिया, वैराग्य ले लिया है और यदि फिर भी तुम किसी स्त्री को भोग दृष्टि से देख रहे हो तो तुम्हारी दुर्गति होना निश्चित है।’

Image credits: facebook

ये गलती भूलकर भी न करें

प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘औरत को भोग दृष्टि से देखने वाला जीव सदैव भयभीत रहता है,, वैसे ही तुम भी भयभीत रहोगे। इसलिए स्त्री को कभी भोग दृष्टि से मत देखना।’

Image credits: facebook