प्रेमानंद महाराज: औरत को नरक का द्वार क्यों कहा जाता है?
Spiritual Apr 08 2024
Author: Manish Meharele Image Credits:facebook
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सभी को प्रश्नों का उत्तर देते हैं बाबा
वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज से मिलने रोज हजारों लोग आते हैं। सभी के मन में कुछ प्रश्न और शंकाएं होती हैं। प्रेमानंद महाराज उन सभी के प्रश्नों का उत्तर देकर संतुष्ट करते हैं।
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औरत को क्यों कहते हैं नरक का द्वार?
प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो इन दिनों वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ महिलाएं उनसे पूछ रही हैं कि औरत को नरक का द्वार क्यों कहा जाता है। जानें क्या कहा प्रेमानंद बाबा ने…
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क्या कहा प्रेमानंद बाबा ने?
प्रेमानंद महाराज ने महिलाओं से कहा कि ‘औरत नरक का द्वार नहीं है, औरत को भोग बुद्धि से देखना नरक का द्वार है। हमारी मां भी औरत है, बहन और पुत्री भी औरत ही है।’
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ये 3 हैं नरक के द्वार
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘शास्त्रों में बताया गया है कि काम, क्रोध और लोभ ये तीनों अवगुण ही नरक के द्वार है। इसमें न तो किसी स्त्री का वर्णन है, और न पुरुष का वर्णन है।’
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इन लोगों की दुर्गति होना निश्चित
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘अगर तुमने संन्यास लिया, वैराग्य ले लिया है और यदि फिर भी तुम किसी स्त्री को भोग दृष्टि से देख रहे हो तो तुम्हारी दुर्गति होना निश्चित है।’
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ये गलती भूलकर भी न करें
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘औरत को भोग दृष्टि से देखने वाला जीव सदैव भयभीत रहता है,, वैसे ही तुम भी भयभीत रहोगे। इसलिए स्त्री को कभी भोग दृष्टि से मत देखना।’