जो हमसे दुश्मनी रखता हैं यानी हमारा बुरा करना चाहते हैं, उसके साथ हमें कैसा व्यवहार करना चाहिए? प्रेमानंद महाराज ने इस बात पर अपने भक्तों को क्या सलाह दी, आगे जानिए…
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘जिस व्यक्ति का स्वभाव ही द्वेष करने वाला हो, उसे हम कितना भी समझाएं, वो मानने वाले नहीं है। ये समझ लीजिए कि भगवान ने उसको द्वेष करने की ड्यूटी दी है।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘ऐसे लोगों को उनके हाल पर छोड़ देना चाहिए। अगर आपके आस-पास भी ऐसे लोग रहते हैं तो आप उनकी उपेक्षा करें यानी उन्हें इग्नोर कर दें।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘अगर हम भी उनके साथ द्वेष वाला व्यवहार करेंगे तो उनमें और हममें अंतर ही क्या रह जाएगा। इसलिए ऐसे लोगों की बातों पर बिल्कुल भी ध्यान दें।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘इस तरह के स्वभाव के जो लोग हैं, उन्हें कभी न कभी अपने कर्मों का फल जरूर मिलता है। आप सिर्फ भगवान का नाम लें और इनसे दूरी बनाकर रखें।’