किसी भी मंदिर की नींव भरते समय पानी व अन्य चीजों का उपयोग होता है लेकिन राजस्थान में एक मंदिर ऐसा है जिसे बनाते समय इसकी नींव में घी का इस्तेमाल किया गया था।
ये मंदिर राजस्थान के बीकानेर में स्थित है, जिसका नाम है भांडाशाह जैन मंदिर। ये मंदिर जैनों के 5वें तीर्थंकर भगवान सुमतिनाथ को समर्पित है। ये मंदिर बहुत ही सुंदर है।
कहते हैं कि भांडाशाह जैन मंदिर की नींव भरने में लगभग 40 हजार किलो का उपयोग हुआ था। इस मंदिर का इतिहास करीब 5 शताब्दी यानी 500 साल पुराना बताया जाता है।
इतिहासकारों के अनुसार, साल 1468 में भांडा शाह नाम के व्यापारी ने इस मंदिर का निर्माण कार्य शुरू करवाया था। लेकिन इस मंदिर के पूरा होने से पहले ही उसकी मृत्यु हो गई।
भांड शाह की मृत्यु के बाद उसकी बेटी ने 1541 में इस मंदिर का निर्माण पूरा करवाया। भांडाशाह जैन द्वारा निर्माण करवाने के चलते ही इस मंदिर का नाम भांडाशाह पड़ गया।
इस मंदिर में चारों ओर सुंदर चित्र दिखाई देते हैं। जिसके चलते इसकी सुंदरता देखते ही बनती है। हाल में इसका जीर्णोद्धार किया गया है और यह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के संरक्षण में है।