22 जनवरी को अयोध्या मंदिर में राम यंत्र के ऊपर राम लला की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। राम यंत्र क्या होता है, इसके बारे में कम ही लोगों को पता है। आगे जानिए राम यंत्र के बारे में…
ज्योतिष में यंत्रों का विशेष महत्व है। ये यंत्र किसी विशेष कार्य सिद्धि या देवता को प्रसन्न करने के लिए बनाए और पूजे जाते हैं। राम यंत्र भी इनमें से एक है। इसका विशेष महत्व है।
राम यंत्र चौकोर आकार का होता है, जिसमें 8 कमल की पंखुड़ियों की आकृति होती है, इन पंखुड़ियों के ऊपर कुछ खास मंत्र लिखे होते हैं। यंत्र के चारों और भी विशेष मंत्र अंकित होते हैं।
राम यंत्र की 8 पंखुड़ियों में 6 त्रिकोण होते हैं, जिनमें कुछ विशेष शब्द लिखे होते हैं, वहीं यंत्र के बीचोबीच में रा रामाय नम: लिखा होता है। राम यंत्र को राम रक्षा यंत्र भी कहते हैं।
मूल रूप से राम यंत्र भोज पत्र पर बनाया जाता है। राम यंत्र बनाने के लिए अनार की कलम और केसर का उपयोग मुख्य रूप से किया जाता है। बनाने के बाद इस यंत्र को सिद्ध करते हैं।
आजकल बाजार में पूजा-पाठ की सामग्री वाली दुकान पर विभिन्न धातुओं पर बने राम यंत्र आसानी से मिल जाती है। इनकी स्थापना से पहले इनका शुद्धिकरण और विशेष पूजा की जाती है।
घर में राम यंत्र की स्थापना करने से ऊपरी बाधा का प्रभाव नहीं होता। परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। पैसों की कमी नहीं आती। यानी इस यंत्र के प्रभाव से हर तरह की बाधा दूर होती है।