Sawan 2023: शिवजी के वाहन नंदी के कान में क्यों बोली जाती है मनोकामना?
Spiritual Jul 27 2023
Author: Manish Meharele Image Credits:Getty
Hindi
क्या है नंदी से जुड़ी मान्यता?
शिव मंदिर के बाहर नंदी की प्रतिमा जरूर होती है। नंदी के कानों में मनोकामना बोलने की परंपरा काफी प्राचीन है। इस परंपरा के पीछे एक खास कारण छिपा है। जानें इस परंपरा की वजह…
Image credits: Getty
Hindi
शिव के वाहन हैं नंदी
नंदी भगवान शिव के वाहन हैं। शिवपुराण में नंदी को शिव का अवतार बताया गया है। हर शिव मंदिर के बाहर नंदी की प्रतिमा जरूरी होती है। नंदी के बिना शिव मंदिर अधूरा माना जाता है।
Image credits: Getty
Hindi
नंदी के कान में बोलते हैं मनोकामना
जब भी कोई व्यक्ति शिव मंदिर में आता है तो वह नंदी के कान में अपनी मनोकामना जरूर कहता है। मान्यता है कि ऐसा करने से उनकी इच्छा बहुत जल्दी पूरी होती है।
Image credits: Getty
Hindi
ये है इस परंपरा का कारण
महादेव तपस्वी हैं और वे हमेशा समाधि में रहते हैं। ऐसे में उन तक हमारी बात सीधे नहीं पहुंच पाती। शिवजी के समाधि से उठने के बाद नंदी ही हमारी मनोकामना उन तक पहुंचाते हैं।
Image credits: Getty
Hindi
गणाध्यक्ष भी हैं नंदी
नंदी भगवान शिव के गणाध्यक्ष भी हैं और शिव के अवतार भी। उनके कानों में कही गई मनोकामना महादेव जल्दी सुनते हैं और भक्तों की परेशानियां दूर करते हैं।