उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के दातियाना गांव में एक प्राचीन शिव मंदिर है, जिसे भूतों वाला मंदिर भी कहते हैं। मान्यता है कि इस मंदिर को भूतों ने एक ही रात में बनाया था।
मान्यता है कि जब भूत ये मंदिर बना रहा थे, तभी सुबह हो गई और वे इसका शिखर नहीं बना पाए। बाद में स्थानीय लोगों ने इस मंदिर के शिखर निर्माण का काम पूरा किया।
स्थानीय लोगों को कहना है कि ये मंदिर हजारों साल पुराना है। यहां कई प्राकृतिक आपदाएं आई और गई, लेकिन मंदिर आज भी वैसा का वैसा ही खड़ा है।
ये मंदिर लाल रंग की ईंटों से बना है, जिसमें सीमेंट का इस्तेमाल नहीं किया गया है। बाद में जब लोगों ने शिखर का निर्माण किया, तब इसे बनाने में सीमेंट का उपयोग किया गया।
स्थानीय लोगों का मानना है कि इस गांव की रक्षा स्वयं महादेव करते हैं। जब भी गांव के लोगों पर कोई मुसीबत आती है तो वे इस मंदिर में जाकर प्रार्थना करते हैं और परेशानी दूर हो जाती है।
इतिहासकारों की मानें तो मंदिर की वास्तुशैली गुप्त काल की लगती है, इसलिए इसका निर्माण उसी दौरान हुआ हो। भूतों द्वारा मंदिर बनाने की बात किसी दंतकथा का हिस्सा है।
इस मंदिर के प्रति लोगों की गहरी आस्था है। दूर-दूर से लोग इस मंदिर के दर्शन करने आते हैं। खास मौकों पर जैसे महाशिवरात्रि आदि पर यहां विशेष आयोजन भी किए जाते हैं।