पंचांग के अनुसार, साल का पांचवां महीना सावन होता है। इस महीने में शिव की पूजा का खास महत्व है। इस बार सावन का अधिक मास रहेगा। आगे जानिए सावन से जुड़ी खास बातें…
सावन मास 4 जुलाई, मंगलवार से शुरू होगा, जो 30 अगस्त, बुधवार तक रहेगा। अधिक मास के कारण इस बार सावन मास 58 दिनों का रहेगा। ऐसा संयोग सालों में एक बार बनता है।
सावन का अधिक मास 18 जुलाई से शुरू होगा जो 16 अगस्त तक रहेगा। अधिक मास के स्वामी भगवान विष्णु हैं। इसलिए इस समय भगवान शिव और विष्णु की पूजा करना श्रेष्ठ रहेगा।
इसके पहले सावन का अधिक मास 19 साल पहले आया था यानी साल 2004 में। उस समय भी सावन के अधिक मास का आरंभ 18 जुलाई से हुआ था और इसका समापन 16 अगस्त को।
दो सावन मास होने से सावन सोमवार की संख्या भी डबल हो गई है यानी इस बार सावन सोमवार 4 नहीं बल्कि 8 होंगे। 4 सावन सोमवार जुलाई में और 4 सावन सोमवार अगस्त में रहेंगे।
जुलाई में 4 सावन सोमवार रहेंगे। प्रथम दो सोमवार 10 व 17 जुलाई को रहेंगे। इसके बाद सावन के अधिक मास में 24 और 31 जुलाई को भी सोमवार होने से इनका महत्व और अधिक रहेगा।
अगस्त में भी 4 सावन सोमवार रहेंगे। प्रथम दो सावन सोमवार (7 और 14 अगस्त) अधिक मास के अंतर्गत रहेंगे। इसके बाद 21 व 28 अगस्त को अंतिम 2 सावन सोमवार रहेंगे।