शंकाराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज के पास रोज हजारों लोग चिट्ठी के माध्यम से सवाल पूछते हैं। महाराज उन सवालों के जवाब वीडियो के माध्यम से उन्हें भेजते हैं।
शंकाराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज से एक भक्त ने पूछा कि ‘क्या घर में मरे हुए लोगों का चित्र लगाना उचित है या नहीं?’ आगे जाने क्या कहा शंकाराचार्य महाराज ने…
शंकाराचार्य के अनुसार, ‘ जब आपका कोई पूर्वज जीवित था, उस समय उसने अपना कोई खिंचवा लिया तो वह मरे हुए व्यक्ति का चित्र तो नहीं है, यानी उस समय वो व्यक्ति जीवित था।’
शंकाराचार्य के अनुसार, ‘यदि किसी ने जीवित रहते चित्र खिंचवाया और उसे आपने घर में लगाया तो वो मरे हुए का चित्र नहीं कहा जा सकता, भले ही वो व्यक्ति बाद में मर भी चुका हो।’
शंकाराचार्य के अनुसार, ‘अपने पूर्वज का जीवित अवस्था में खींचा गया चित्र यदि घर में लगाने से हमें प्रेरणा मिलती है तो उसे लगाने में कोई परेशानी नहीं है। ऐसा आप कर सकते हैं।’
शंकाराचार्य के अनुसार, ‘अगर किसी व्यक्ति की मृत अवस्था का कोई चित्र हो तो उसे घर में कदापि न लगाएं। जैसे शवयात्रा के दौरान के चित्र आदि। ऐसे चित्र घर में नहीं लगाना चाहिए।’