तमिलनाडु अपने ऐतिहासिक और आध्यात्मिक प्रसिद्ध मंदिरों के लिए जाना जाता है। साउथ में तमिलनाडु के ये 8 प्रसिद्ध मंदिर आपके अंदर आस्था जगाने के साथ प्रकृति के सौंदर्य को भी दर्शाएंगे।
मदुरै स्थित मीनाक्षी मंदिर द्रविड़ वास्तुकला और भक्ति का उत्कृष्ट नमूना है। यहां देवी मीनाक्षी और भगवान सुंदरेश्वर की ऐतिहासिक मूर्तियों स्थापित हैं। मंदिर 14 रंग से सजाया गया है।
विश्व धरोहर में शामिल बृहदेश्वर मंदिर चोल राजवंश की वास्तुकला का प्रमाण है। भगवान शिव को समर्पित मंदिर का विशाल विमान अद्भुुत इंजीनियरिंग का कमाल है।
पवित्र रामेश्वरम द्वीप पर रामनाथस्वामी मंदिर हिंदुओं के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में जाना जाता है। भगवान शिव के इस मंदिर में दुनिया का सबसे लंबा अद्भुत स्तंभों का गलियारा है।
एकाम्बरेश्वर मंदिर या एकाम्बरनाथ मंदिर तमिलनाडु के कांचीपुरम स्थित भगवान शिव को समर्पित हिन्दू मंदिर है। यह पंच भूत स्थलों में से एक, पृथ्वी के तत्व का प्रतीक है।
कावेरी नदी के द्वीप पर स्थित श्री रंगनाथस्वामी मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित आस्था का केंंद्र है। मंदिर की विशाल बाहरी दीवारें, अलंकृत गोपुरम और 21 शानदार टावर इसे भव्य बनाते हैं।
कांचीपुरम का कैलासनाथर मंदिर प्रदेश के पुराने संरचनात्मक मंदिरों में शामिल है। भोलेनाथ को समर्पित मंदिर वास्तुशिल्प का चमत्कार है। मंदिर की नक्काशी अपने आप में एक कहानी दर्शाती है।
चिदम्बरम नटराज मंदिर ब्रह्मांडीय नर्तक नटराज के रूप में भगवान शिव की एक दिव्य आराधना है। मंदिर में देवता का अनोखा प्रतिनिधित्व जिसे चिदंबरा रहस्यम के नाम से जाना जाता है।
थिल्लई नटराज मंदिर को चिदम्बरम मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह नटराज के रूप में भगवान शिव को समर्पित प्रमुख मंदिर है। मंदिर की वास्तुकला चोल और विजयनगर शैलियों का मिश्रण है।