इस बार 14 फरवरी, बुधवार को वसंत पंचमी है। इस दिन देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। वसंत पंचमी पर यदि राशि अनुसार उपाय किए जाएं तो आपकी हर इच्छा पूरी हो सकती है…
इस राशि के लोग वसंत पंचमी पर देवी सरस्वती को केसरिया भात का भोग लगाएं और पीले फूलों को माला पहनाएं। संभव हो तो देवी सरस्वती के मंत्रों का जाप भी करें। इससे शुभ फल मिलेंगे।
इस राशि वाले वसंत पंचमी पर देवी सरस्वती को पीले वस्त्र अर्पित करें और गरीबों को अपनी इच्छ अनुसार भोजन, अनाज आदि का दान करें। इससे इनकी हर इच्छा पूरी हो सकती है।
ये लोग पहले देवी सरस्वती की पूजा विधि-विधान से करें और बाद में देवी के चित्र के सामने बैठकर ही विश्वविजय सरस्वती कवच का पाठ करें। इससे इनकी मुश्किलें कम हो सकती है।
इस राशि लोग दूध से बनी मिठाई जैसे रबड़ी, कलाकंद आदि का भोग देवी सरस्वती को लगाएं। साथ ही सफेद वस्त्र भी अर्पित करें। इससे इनके जीवन की परेशानियां कम हो सकती हैं।
इस राशि के लोग वसंत पंची पर गरीब बच्चों को पेन, किताबें, कॉपियां आदि चीजों का दान करें। इससे इन पर माता सरस्वती की कृपा बनी रहेगी और घर में सुख-समृद्धि का वास होगा।
इस राशि के लोग वसंत पंचमी पर 7 कन्याओं को घर बुलाकर भोजन करवाएं और बाद में इन्हें कुछ उपहार देकर विदा करें। इससे इनके घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहेगी।
इस राशि वाले देवी सरस्वती के किसी मंदिर में सफेद ध्वज यानी झंडे का दान करें और किसी ब्राह्मण को कन्या को सफेद वस्त्रों का भी दान करें। इससे इन्हें ग्रहों के शुभ फल प्राप्त होंगे।
इस राशि के लोग वसंत पंचमी पर देवी सरस्वती को लाल फूलों की माला अर्पित करें और देवी मंत्रों का जाप विधि-विधान से करें। इससे इनके जीवन में हर तरह का सुख बना रहेगा।
ये लोग वसंत पंचमी पर देवी सरस्वती को बांसुरी यादि कोई वाद्य यंत्र भेंट करें और अपनी इच्छा अनुसार भोग लगाएं। इस उपाय से देवी सरस्वती की कृपा इन पर सदैव बनी रहेगी।
इस राशि वाले देवी सरस्वती को शुद्ध घी का दीपक लगाएं और उसमें थोड़े से काले तिल डाल डें। इस उपाय से इन्हें देवी सरस्वती के साथ शनिदेव से जुड़े शुभ फल भी प्राप्त होंगे।
इस राशि के के लोग वसंत पंचमी पर देवी सरस्वती को डार्क कलर की मिठाई जैसे चॉकलेट बर्फी या गुलाब जामुन का भोग लगाएं। साथ ही देवी के मंत्रों का जाप 108 बार करें।
ये लोग वसंत पचंमी पर देवी सरस्वती का अभिषेक केसर मिश्रित दूध से करें। बाद में इसे प्रसाद के रूप में ग्रहण करें। इस उपाय से धन से संबंधित परेशानियां दूर हो सकती हैं।