वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज के पास हर सवाल का जवाब है। कई बार कुछ लोग उनसे भूत-प्रेत से जुड़े सवाल भी पूछते हैं, जिनका जवाब भी प्रेमानंद बाबा बड़ी सहजता से देते हैं।
प्रेमानंद महाराज से एक युवक ने पूछा कि ‘अगर कोई आत्मा प्रेत योनि में भटक रही है तो उसकी मुक्ति के लिए क्या करें?’ आगे जानिए प्रेमानंद बाबा ने इस सवाल का क्या जवाब दिया…
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘किसी आत्मा को प्रेत योनि से मुक्ति दिलाने के लिए योग्य विद्वान ब्राह्मण से श्रीमद्भागवत का साप्ताहिक मूल पाठ करवा लें। ये सबसे आसान उपाय है।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘अगर आप विस्तृत रूप से श्रीमद्भागवत का पाठ नहीं करवा सकते तो मूल पाठ की भेंट देकर उसका संकल्प करवा दें, इससे भी उसका उद्धार हो जाएगा।
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘ये बिल्कुल ध्रुव सत्य है, इसके कोई किंतु-परंतु नहीं है। कलयुग में श्रीमद्भागवत प्रेत योनि में भटक रही आत्मों की मुक्ति का सबसे मुख्य साधन है।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘अगर इतना भी नहीं कर सकते तो नाम जाप करो और उसका फल प्रेत यानि में भटक रही आत्मा को दे दो, इससे भी उसका कल्याण संभव है।’